Мы используем файлы cookie.
Продолжая использовать сайт, вы даете свое согласие на работу с этими файлами.

वीगनवाद

Подписчиков: 0, рейтинг: 0

वीगनवाद (अंग्रेज़ी: veganism) पशु उत्पादों के उपयोग से परहेज़ रखने की प्रथा है, विशेषकर आहार में; साथ ही, वह एक सम्बन्धित दर्शन भी है जो पशुओं की पण्य स्थिति को अस्वीकारता है। इस आहार अथवा दर्शन का अनुयायी वीगन कहा जाता है।

कभी-कभी वीगनवाद की अनेक श्रेणियों के बीच अंतर किया जाता है। पथ्य वीगन पशु उत्पादों का सेवन करने से परहेज़ रखते हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि वे न केवल मांस का त्याग करते हैं, अपितु अण्डों और दुग्ध उत्पादों और अन्य पशु से निकले खाद्यपदार्थों का भी उपभोग नहीं करते। कुछ पथ्य वीगन पशु उत्पाद वाले कपड़े पहनने का चयन करते हैं (उदाहरणार्थ, चमड़ा या ऊन)।

नीतिशास्त्रीय वीगन' शब्द का प्रयोग अक़्सर उनके लिए होता हैं, जो इस दर्शन को आहार से परे, जीवन के अन्य क्षेत्रों में विस्तारित करते हैं। इस दर्शन का अर्थ है किसी भी हेतु के लिए पशु उत्पादों का विरोध करना।पर्यावरणीय वीगनवाद का सन्दर्भ पशु उत्पादों का त्याग करने से हैं, क्योंकि पशुओं की उत्पत्ति और औद्योगिक कृषि पर्यावरणीय रूप से नुकसानदायक और असंधारणीय हैं।

इतिहास

उद्गम

सख़्त शाकाहारी

वीगन शब्द का ईजाद (1944)

बढ़ती रूचि

मुख्यधारा में (2010 दशक)

डेमोग्राफिक्स

पशु उत्पाद

त्याग

===अण्डे, माँस, शहद, कोषा( शिल्क) ,चमड़े के उत्पाद जैसे कपड़े जूते, बेल्ट, बैग,आदि, पशुओं पर प्रयोग की गई सौंदर्य सामग्री एवं दवाएँ, हाथी दाँत आदि के आभूषण, मोर पंख, शेर के नाख़ून।

वीगन आहार

सोया

पेड़ दूध, चीज़, मेयो

अण्डे के विकल्प

वीगन भोजन समूह -- व्यक्तिश: एक सामान्य अनुभव के अंतर्गत परिणामात्मक निष्कर्ष निकला है, जो आपके साथ साझा करना उचित समझता हूँ। . एक वर्ष से ऊपर हो गया। हमने हमारी पुत्री के विवाह में पशुदुग्ध एवं इससे निर्मित खाद्य पे-प्रदार्थों का सेवन त्यागा था। पुत्री के विवाह में जो भी मिठाईयां, सब्जियां, चाय, दूध, कॉफी आदि प्रत्येक पशुदूध से निर्मित सामग्री का सेवन करना त्याग दिया था। आज तक के अनुभव में यह तथ्य प्रमाणिक रुप से स्पष्ट हुआ है कि हमें बेहद आक्रोश गुस्सा आता था, वह 90 प्रतिशत स्वत: सर्वभाव में नहीं आता है। इसकी पुष्टि हमारी धर्मपत्नी जी ने भी है। क्योंकि इन्हीं को हमारे गुस्सेले व्यवहार से सर्वाधिक वेदिता होना पड़ता था। . एक और अनुभव यह उभर कर आया कि हम बेहद तामसिक प्रवृत्ति से युक्त थे। जो अब काम ऊर्जा का उदर्वगमन हो चुका है।

*दूध*

आजकल वीगनवाद के नाम पर गायों को समाप्त करने का बड़ा षड्यंत्र चल रहा है, कुछ भटके हुए लोग मात्र दूध का विरोध कर रहे हैं, दूध को मांसाहार बता रहे हैं और माँस खाने का विरोध नहीं कर रहे हैं या कर भी रहे हैं तो दूध के त्याग का विरोध जोरशोर से कर रहे हैं & मांसाहार का बहुत हल्के शब्दों में।

गाय भैंसों पर जो अत्याचार करके दूध प्राप्त किया जा रहा है उसके लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा, भारत में गायों को माता इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहाँ गायों का दूध पिया जाता है, परंतु स्वार्थी लोगों ने इसे बड़ा धंधा बना लिया है। इसका उपाय ये है कि हर व्यक्ति कुत्ते पालने की बजाय गायों को पाले , उनकी सेवा करे उससे दूध, गोबेर, गोमूत्र, प्राप्त करे।

तत्त्व

प्रोटीन

विटामिन बी12

कैल्शियम

विटामिन डी

आयरन

ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, आयोडीन

गर्भावस्था, शिशु और बच्चे

कच्चा वीगनवाद

व्यक्तिगत चीज़े

तोइलेट्रीज़, गृहस्थी

कपड़े

दर्शन

नीतिशास्त्रीय वीगनवाद

पर्यावरणीय वीगनवाद

इन्हें भी देखें

विगनवादियों और शाकाहारियों में अन्तर

भोजन जो शाकाहारी नहीं खाते भोजन जो वीगनवादी नहीं खाते
  • मांस
  • मछली
  • मुर्गी या किसी अन्य प्राणी का मास
  • सभी भोजन जो "भोजन जो शाकाहारी नहीं खाते" के अन्तरगत लिखा गया हो।
  • अण्डे (अधिकांश शाकाहारी भी इसे नहीं खाते)
  • दूध या उसके उत्पाद
  • शहद
  • जानवर के चमड़े से बनने वाला भोजन (या वस्तुओं का प्रयोग)
  • ऊन
  • कॉस्मेटिक्स
  • जानवार की चरबी से बने साबुन

साँचा:वीगनवाद और शाकाहार साँचा:पशु अधिकार साँचा:आहार साँचा:Simple living साँचा:खाद्य उद्योग आलोचना


सन्दर्भ त्रुटि: "n" नामक सन्दर्भ-समूह के लिए <ref> टैग मौजूद हैं, परन्तु समूह के लिए कोई <references group="n"/> टैग नहीं मिला। यह भी संभव है कि कोई समाप्ति </ref> टैग गायब है।


Новое сообщение