अमृत तिवारी
| अमृत तिवारी | |
|---|---|
| जन्म | चंडीगढ़, भारत |
| अन्य नाम | अमृत कौर तिवारी |
| व्यवसाय | दंत चिकित्सक |
| प्रसिद्धि कारण |
दंत विज्ञान दंत शिक्षाविद |
| जीवनसाथी | वी. ऐन. तिवारी |
| बच्चे | मनीष तिवारी |
अमृत कौर तिवारी एक भारतीय दंत चिकित्सक और पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER), चंडीगढ़ के पूर्व डीन हैं। भारतीय समाज के पेडोडॉनटिक्स और निवारक दंत चिकित्सा (ISPPD) में जीवन भर की सदस्यता के लिए चयन होने वाली वह पहली व्यक्ति हैं। और साथ ही वह भारतीय डेंटल एसोसिएशन और नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज की शोधकार हैं। वह चंडीगढ़ में नगर निगम की सदस्य रह चुकी हैं।
PGIMER से सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें संस्थान का प्रोफेसर एमेरिटस बनाया गया। उसने कई सहकर्मी की समीक्षा पत्रिकाओं में कई चिकित्सा लेख लिखे हैं और एक पुस्तक, फ्लोराईड्स और दंत क्षय : एक संग्रह भी प्रकाशित की है। 1992 में भारत सरकार से उन्हें चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म श्री से सम्मानित किया गया। तिवारी पीएर फौचर्ड अकादमी से योग्यता प्रमाण पत्र प्राप्तकर्ता हैं। उनकी शादी [[पंजाब विश्वविद्यालय]] में पंजाबी के लेखक और प्रोफेसर, वी. एन. तिवारी से हुई और उनके पुत्र, मनीष तिवारी, एक भारतीय राजनेता और पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री हैं। पंजाब में उग्रवाद के समय वी.ऐन.तिवारी उसका शिकार हुए और आतंकवादियों द्वारा 1984 में गोली मारकर हत्या कर दी गई।