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2017 सिनाई मस्जिद हमला
2017 सिनाई मस्जिद हमला | ||
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सम्बंधित: सिनाई विद्रोह तथा मिस्र में आतंकवाद | ||
स्थान | बिर अल-अबेद के निकट, उत्तर सिनाई प्रान्त, मिस्र | |
निर्देशांक | 31°02′22″N 33°20′52″E / 31.039458°N 33.347830°E / 31.039458; 33.347830निर्देशांक: 31°02′22″N 33°20′52″E / 31.039458°N 33.347830°E / 31.039458; 33.347830 | |
लक्ष्य | अल-रावदा मस्जिद | |
हमले का प्रकार | बम विस्फोट, गोलीबारी | |
हथियार | आई॰ ई॰ डी॰ | |
मृत्यु | 305+ | |
घायल | 109 | |
संदिग्ध अपराधी | इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड लेवेंट - सिनाई प्रांत |
24 नवम्बर 2017 को, मिस्र के उत्तर सिनाई प्रान्त में बिर अल-अबेद के निकट अल-रावदा मस्जिद पर जुम्मे की नमाज़ के दौरान 40 बन्दूकधारियों के द्वारा हमला किया गया। यह मस्जिद सिनाई प्रायद्वीप में सूफीवाद का जन्मस्थान मानी जाती है। इस घातक हमले में 270 लोगों की मौत हो गयी तथा 100 से अधिक लोग घायल हुए थे।
हमला
स्थानीय जरीर लोगों की अल रावदा मस्जिद पर यह हमला हुआ जो कि गाज़ा जाने वाले तटीय राजमार्ग पर अल अरिश व बिर अल-अबेद के मध्य स्थित है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार हमलावरों ने चार वाहनों में दो बम लगाये थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि किस तरह से हमलावरों ने कारों को जलाकर बचने का रास्ता बंद कर दिया था। बम विस्फोट के बाद उन्होंने रॉकेट चालित ग्रेनेडों से भी मस्जिद पर हमला किया। यहाँ तक कि घायलों को अस्पताल ले जाने के लिये आई एम्बुलेंसों पर भी हमलावरों ने निशाना बनाया। स्थानीय नागरिकों ने तुरन्त हरकत में आये और उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुँचाने के लिये अपनी कार व ट्रकों का प्रयोग किया, यहाँ तक कि उन्होंने हथियारों से भी हमलावरों का जवाब दिया।
अब तक इन हमलों किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है, यद्यपि एसोसिएटेड प्रेस ने मिडिल ईस्ट न्यूज़ एजेंसी (मेना) के हवाले से लिखा है कि हमले का तरीका स्थानीय इस्लामिक स्टेट संगठन के जैसा है।
मिस्र प्रशासन ने भी तुरन्त हमले का प्रत्युत्तर दिया और वायु सेना की मदद से उग्रवादियों के ठिकाने पर हमले किये और कई वाहनों को नष्ट कर दिया।
प्रतिक्रिया
घरेलू
इस हमले के बाद मिस्र सरकार ने देश में 3 दिन राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया। मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी ने टीवी पर दिए संबोधन में इस हमले में मारे गए और घायल हुए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना का बदला लिया जाएगा। मिस्र के राष्ट्रपति ने कहा, "सेना और पुलिस हमारे शहीदों का बदला लेगी. आने वाले वक्त में सुरक्षा और स्थिरता स्थापित करने के लिए पूरा ज़ोर लगाया जाएगा।" मिस्र के सांसद मुस्तफा बाकरी ने इस हमले को "नरसंहार" बताया।
मुस्लिम ब्रदरहुड ने अपने आधिकारिक फेसबुक व ट्वीटर खाते पर हमले की कड़े शब्दों में निन्दा की तथा दोषियों को आतंक व हिंसा की राह छोड़ने की नसीहत दी।
सुरक्षा कारणों से राफा में मिस्र और गाज़ा की सीमा को 25 नवम्बर से 27 नवम्बर 2017 के मध्य बंद कर दिया।
अंतर्राष्ट्रीय
- संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया, "मैं जल्दी ही मिस्र के राष्ट्रपति से बात करूंगा और इस बड़े चरमपंथी हमले पर चर्चा करूंगा, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है. हमें और अधिक सख़्त और चालाक होने की ज़रूरत है, और हम होकर भी रहेंगे।"
- संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। गुटेरेस के प्रवक्ता फरहान हक ने जारी बयान में कहा, ‘‘महासचिव ने मिस्र हमले के पीड़ित परिवारों और वहां लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। साथ ही हमले में घायल हुए लोगों की शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उन्होंने इस भयंकर हमले को अंजाम देने वाले वालों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की भी बात कही है।’’
- भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि "भारत सख्ती से आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई का समर्थन करता है और लोगों के साथ-साथ मिस्र सरकार के साथ भी खड़ा है।"
- कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मिस्त्र में हुए आतंकवादी हमले को लेकर कहा कि वे इस घटना से भयभीत और स्तब्ध है। साथ ही इस हमले में मारे गए लोगों व उनके परिवारों को गहरी संवेदना भी प्रकट की।
- यूनाइटेड किंगडम की प्रधानमंत्री थेरेसा मे मिस्त्र में हुए आतंकवादी हमले को कायराना कृत्य बताते हुए लोगों को सांत्वना दी।