जलीय और थलीय प्रकाशाहारी:
शैवाल से भरे पानी में गिरी हुई लकड़ी पर उगते
पौधे
प्रकाशाहारी (Phototroph) ऐसे जीव होते हैं जो प्रकाश के फ़ोटोनों की ऊर्जा से विभिन्न कोशिकीय चयापचय प्रक्रियाएँ चलाते हैं। हालांकि बहुत से प्रकाशाहारी प्रकाश-संश्लेषण (photosynthesis) करते हैं, अन्य इस से भिन्न प्रक्रियाओं से भी ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
इन्हें भी देखें