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पोल नृत्य
पोल नृत्य, नृत्य और जिमनास्टिक के संयोजन द्वारा प्रदर्शित की जाने वाली कला का एक रूप है। इसमें एक सीधे खंभे (पोल) के साथ कामुक नृत्य किया जाता है तथा यह अक्सर स्ट्रिप क्लबों एवं पुरुषों के क्लबों में किया जाता है। इसी से मिलते जुलते पोल (चीनी पोल) नृत्य का प्रयोग कैबरे/सर्कस तथा गैर-उत्तेजक मंच प्रदर्शनों में होता है, जिसमें शैली और अंदाज़ बहुत हद तक अलग होते हैं।
श्रेष्ठ पोल नृत्यों के लिए अत्यधिक ताकत, लचीलेपन और सहनशक्ति की आवश्यकता होती है। स्ट्रिप क्लब में होने वाले पोल नृत्य में अक्सर जिम्नास्टिक का प्रयोग कम होता है और इसमें कलाकारों द्वारा स्ट्रिपटीज़ (एक प्रकार का कामुक नृत्य जिसमे नर्तक धीरे-धीरे अपने वस्त्र उतारते हैं), गो-गो, तथा/या लैप नृत्य का संयोजन पेश किया जाता है। हो सकता है कि नर्तक पोल को केवल पकड़े रह सकते हैं या फिर चढ़ने, घूमने या शारीरिक कलाबाजियों जैसी व्यायाम मुद्राओं (एथलेटिक्स) के लिए इसका प्रयोग कर सकते हैं। नृत्य में प्रवीणता के लिए शरीर का ऊपरी हिस्सा तथा अंदरूनी ताकत महत्वपूर्ण है, जिसे विकसित होने में समय लगता है।
पोल नृत्य को अब व्यायाम का मान्यता प्राप्त प्रारूप माना जाता है और इसका प्रयोग एरोबिक और गैर-एरोबिक व्यायामों के लिए किया जा सकता है। समग्र सेक्स के प्रति आकर्षण घटने के साथ-साथ, पोल नृत्य की बढ़ती लोकप्रियता के कारण, मान्यता प्राप्त स्कूलों तथा शैक्षणिक कार्यक्रमों को विकसित किया जा रहा है।
अनुक्रम
इतिहास
संभावित रूप से पोल नृत्य की शुरुआत अमेरिका में 1920 के दशक में हुई, धूम धड़ाके वाला 1920 का वही दशक, जब घुमंतू शो नर्तक टेंट के खंभे का प्रयोग अपने प्रदर्शनों के दौरान करते थे।[कृपया उद्धरण जोड़ें] चीनी पोल से इसका संबंध अस्पष्ट है, चीनी मंडलियाँ 1914 से बार्नुम एंड बेली सर्कस में प्रदर्शन कर रही थीं, किन्तु उन्होनें पोल की सहायता से कोई प्रदर्शन नहीं किया था।
पोल नृत्य धीरे-धीरे टेंट से मद्यपानगृहों तक पहुँच गया क्योंकि 1950 के दशक तक नग्नता से जुड़े मनोरंजन को स्वीकार किया जाने लगा था।[कृपया उद्धरण जोड़ें]
पोल
साधारण पोल
साधारण नृत्य पोल आम तौर पर खोखले इस्पात या फिर वृत्ताकार क्रॉस सेक्शन युक्त पीतल से बना होता है, जो जमीन से लेकर छत तक जाता है। छत से इसे जोड़ने से अधिक स्थिरता मिलती है, लेकिन विशेष रूप से अपेक्षाकृत ऊँची छत वाले नाईट क्लबों में या परिवहनीय उपकरणों पर ऐसा हमेशा नहीं होता। संयुक्त राज्य अमेरिका में, इसका व्यास आमतौर पर 5 सेमी (2 इंच) होता है जिसकी वजह से एक हाथ से इसे आसानी से पकड़ा जा सकता है। एशिया में, आमतौर पर व्यास इससे थोडा कम 4.5 सेमी या कम होता है।
स्पिनिंग पोल भी सामान्य पोल का एक प्रकार है, जैसा कि इसके नाम से स्पष्ट है, यह सामान्य नृत्य पोल जैसा ही होता है किन्तु बॉल बीयरिंगों की सहायता से घूमता है। इस पोल का प्रयोजन अत्यधिक नाटकीय प्रभाव पैदा करने के लिए बेहतर वेग और उच्च दर की गति पैदा करना है।
घरेलू संस्करण भी उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग अभ्यास या एरोबिक व्यायाम के लिए किया जा सकता है। पोल को बनाने में प्रयुक्त होने वाले पदार्थों में पॉलिश किया गया स्टेनलेस स्टील, क्रोम स्टील, पीतल, पाउडर कोटिंग तथा टाईटेनियम कोटिंग शामिल है। पोल एक्रेलिक ग्लास के भी बने हो सकते हैं जिनमें एल॰ई॰डी॰ (LED) लाईट का प्रयोग कर के इन्हें "चमकदार पोल" बनाया जा सकता है। प्रत्येक पदार्थ की सतह में पकड़ बनाने के विभिन्न गुण हैं। पॉलिश किया गया इस्पात अत्यधिक चिकने पदार्थों में से एक है जिससे नृत्य को अधिक तीव्रता तथा लचीलापन मिलता है; पीतल का पोल अधिक घर्षण प्रदान करता है जिससे हाथों या जांघों से इस पर पकड़ बनाने में आसानी होती है तथा एक धीमी, कामुक नृत्य शैली का निर्माण होता है।
पोल को छत की शहतीर के साथ बाँध कर उन्हें एक स्थान पर स्थिर रखा जा सकता है। ऐसे पोल भी उपलब्ध हैं जिनके लिए किसी प्रकार के निर्माण की आवश्यकता नहीं होती तथा खिंचाव या लचक द्वारा उन्हें स्थापित किया जा सकता है। स्थिर, घूमने वाले और बदले जा सकने वाले संस्करण भी उपलब्ध हैं।
शो पोल (शो में प्रयुक्त होने वाला पोल)
क्लबों में इस्तेमाल करने के लिए अब ऐसे पोल भी उपलब्ध हैं जो दृश्य प्रभाव उत्पन्न करते हैं। ये पोल पारदर्शक प्लास्टिक के बने होते हैं जिनमें पानी, चमक और विशेष रूप से प्रकाश को प्रतिबिंबित करने वाले पदार्थ होते हैं जो स्ट्रोब रोशनी के साथ संयोजन में प्रयोग में लाए जाने पर अपने अन्दर छिपी प्रकाश व्यवस्था के साथ चमकते हैं। हालाँकि, ये पोल बेहतर पोल मुद्राएं प्रदर्शित करने की चाह रखने वाले नर्तक के अनुकूल नहीं हैं, चूंकि ये थोड़ा मुड़ जाते हैं तथा किसी भी गति से नीचे की और आने पर इन में घर्षण द्वारा हाथ जलने की संभावना होती है।
व्यायाम के रूप में पोल नृत्य
सामान्य ताकत तथा स्वास्थ्य के लाभों के प्रति जागरूकता के चलते पोल नृत्य ने एक प्रकार के व्यायाम के रूप में लोकप्रियता हासिल कर ली है। व्यायाम का यह प्रारूप एक प्रतिरोध के रूप में शरीर का उपयोग करते हुए अंदरूनी तथा सामान्य शारीरिक शक्ति में वृद्धि करने के साथ-साथ पूरे शरीर को सुडौल बनाता है। पोल नृत्य स्कूलों द्वारा आमतौर पर ऐसा भी बताया गया है कि यह महिलाओं को सशक्त करने तथा उनमे विश्वास जगाने में सहायक है।
एक व्यायाम के रूप में पोल नृत्य बहुत हद तक भारतीय पुरुषों के एक खेल मल्लखंभ के समान है जिसमें कामुकता नहीं होती, लेकिन इनके बीच आपसी संबंध का कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
बड़ी संख्या में पुरुष पोल नृत्य को अपने स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रमों का हिस्सा बना रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका में डाँस स्टूडियो केवल पुरुषों के लिए कक्षाओं की पेशकश कर रहे हैं। और चीन में, 2007 की राष्ट्रीय पोल नृत्य प्रतियोगिता एक पुरुष ने जीती थी। 23 वर्षीय नृत्य प्रशिक्षक झांग पेंग ने शीर्ष पुरस्कार के लिए नर्तकियों के एक समूह को हराया।
पोल नृत्य प्रतियोगिताएं
हालाँकि सबसे आम पोल नृत्य प्रतियोगिताएं शौकिया तौर पर रात्रिकालीन स्ट्रिप क्लबों में होती हैं, किन्तु ऐसे लोगों की संख्या बढ़ रही है जो एक खेल तथा कला के एक प्रकार के रूप में इसे गंभीरता से ले रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, कनाडा, जापान, नीदरलैंड और ब्रिटेन जैसे देशों में स्थानीय स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। अभी हाल ही में, शौकिया पोल नृत्य प्रतियोगिताएं आयोजित हुई हैं। इन प्रतियोगिताओं में नग्नता और कपडे उतारने पर पाबंदी है और पोल नृत्य को एथलेटिक तथा नृत्य व व्यायाम की एक कलात्मक शैली के रूप में देखा जाता है। प्रथम "पोल नृत्य विश्व सुंदरी" प्रतियोगिता [1] का आयोजन नवंबर 2005 में किया गया था और जापान की रीको [2] सुमून ने प्रतियोगिता जीती।
पोल नृत्य प्रतियोगिताओं को स्ट्रिप क्लबों में होने वाले शौकिया पोल नृत्यों से दूर रखने का प्रयास किया गया है। इन प्रतियोगिताओं में नग्नता तथा कपडे उतारने पर सख्त पाबंदी है तथा इनमें विशुद्ध सेक्स अपील की बजाय कलाकार के व्यायाम संबंधी गुणों तथा कलात्मकता पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है।
समर्थकों का एक समूह 2012 के लंदन ओलंपिक खेलों के लिए पोल नृत्य को एक जाँच प्रतियोगिता के रूप में आयोजित करने पर भी जोर दे रहा है। लेकिन क्योंकि यह अपेक्षाकृत नई शैली है, अतः इन प्रतियोगिताओं में अंक देने की प्रक्रिया मानकीकृत नहीं है, क्योंकि विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न क्लबों में इस नृत्य की तकनीकों के नाम अलग-अलग हैं।
ऑस्ट्रेलिया में "मिस पोल नृत्य ऑस्ट्रेलिया ' प्रतियोगिता 2005 में शुरू की गई थी। 2010 में हुई नवीनतम प्रतियोगिता (आगामी वर्ष में इस प्रतियोगिता का नाम मिस पोल डाँस 2011 है) में फेलिक्स केन ने प्रथम पुरस्कार जीता। प्रथम अमेरिकी पोल नृत्य फेडरेशन (यूएसपीडीऍफ़/USPDF) चैम्पियनशिप 19 मार्च 2009 में आयोजित की गई, जिसमें जेनिन बटरफ्लाई ने प्रथम स्थान हासिल किया। क्रिस्टल लाई ने 2010 में हुई "मिस पोल नृत्य कनाडा' प्रतियोगिता जीती जिन्होंने बाद में विश्व प्रतियोगिता में पीपुल'स चॉईस अवार्ड जीता। 2009 की पोल नृत्य विश्व सुंदरी प्रतियोगिता, जो कि जमैका में आयोजित की गई थी और जिसमे सभी देशों के लोग भाग ले सकते थे, को ऑस्ट्रेलिया की फेलिक्स केन ने जीता। स्विट्जरलैंड में आयोजित होने वाली 2010 की पोल नृत्य विश्व सुंदरी प्रतियोगिता, जिसमे सभी देशों के लोग भाग ले सकते थे, को एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया की फेलिक्स केन ने जीता।
मीडिया में पोल नृत्य
अन्य शैलियों की तरह पोल नृत्य भी कई हस्तियों द्वारा अपनाया गया है। अभिनेत्री शीला कैली, जिन्होनें इसे डाँसिंग एट द ब्लू इग्वाना में अपनी भूमिका निभाने के लिए सीखा था, इस खेल से इतना प्रभावित हुईं कि उन्होनें अपना खुद का पोल-आधारित व्यायाम कार्यक्रम शुरू कर दिया।
मिस अमेरिका 2010 में रीमा फकीह की जीत ने इस तथ्य के कारण भी मीडिया का ध्यान आकर्षित किया कि उन्होनें तीन साल पहले एक पोल नृत्य प्रतियोगिता जीती थी।
इन्हें भी देखें
- गो-गो नृत्य
- मल्लखम्ब
बाहरी कड़ियाँ
- मिस पोल नृत्य ऑस्ट्रेलिया: फाइनल! - लाइफ मैगज़ीन द्वारा स्लाइड शो